जयपुर, दिसम्बर 13 -- प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल की इमरजेंसी इन दिनों खुद "इमरजेंसी" की हालत में है। यहां हार्ट से जुड़ी गंभीर शिकायत लेकर आने वाले मरीजों को जरूरी जांच के लिए अस्पताल से बाहर प्राइवेट लैब में भेजा जा रहा है। वजह कोई तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि घोर प्रशासनिक लापरवाही है। हार्ट फेलियर की पहचान के लिए जरूरी NT-ProBNP जांच पिछले दो-तीन दिनों से बंद पड़ी है, क्योंकि जांच की किट इमरजेंसी तक पहुंचाई ही नहीं गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जांच किट हॉस्पिटल स्टोर में मौजूद है, लेकिन उसे इमरजेंसी तक मंगवाने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। इस लापरवाही का सीधा असर मरीजों पर पड़ रहा है। सरकारी अस्पताल में मुफ्त या नाममात्र शुल्क में होने वाली जांच के लिए मरीजों को प्राइवेट लैब में 2200 से 2600 रुपए तक चु...