नई दिल्ली, अक्टूबर 22 -- भगवान गोवर्धन की कथा पढ़ने के बाद उनकी आरती की जाती है। कार्तिक की प्रतिपदा पर खास तौर पर भगवान गोवर्धन की पूजा का विधान है। इस साल गोवर्धन पूजा के दिन स्वाति नक्षत्र का संयोग बन रहा है, जिससे आपको पूजा का विशेष फल मिलेगा। कहा जाता है कि गोवर्धन महाराज की कृपा से अन्न धन में वृद्धि होती है और सुख समृद्धि आती है। मथुरा में खास तौर पर इस दिन गोवर्धन परिक्रमा की जाती है। गोवर्धन पूजा के दिन तुलसी पर दीपक जलाना चाहिए। गोवर्धन महाराज को खील बताशे और अन्नकूट 56 भोग अर्पित करें। इन्हें बंद कमरे में ना बनाएं। शाम को एक दीपक गोवर्धन महाराज पर भी अर्पित करें। कथा पढ़ने के बाद करें आरती-आरती श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहे...