नई दिल्ली, जून 22 -- Shradh 2025 : हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत अधिक महत्व होता है। पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है। पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। भाद्र मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक पितृ पक्ष रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितरों का ऋण श्राद्ध के जरिए चुकाया जा सकता है। पितृपक्ष में श्राद्ध करने से पितृगण प्रसन्न रहते हैं। पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण या पिंडदान किया जाता है। श्राद्ध कब से कब तक- इस साल 7 सितंबर 2025 से श्राद्ध पक्ष शुरू हो रहा है। 21 सितंबर को श्राद्ध पक्ष समाप्त होगा। पूर्णिमा श्राद्ध- 07 सितम्बर 2025, रविवार प्रतिपदा श्राद्ध- 08 सितम्बर 2025, सोमवार द्वितीया ...