नई दिल्ली, जुलाई 15 -- Shiv puran katha sunne ke niyam: भगवान शिव के लिए कहा जाता है कि वे अपने भक्तों से एक लोटा जल या मात्र फूल और बेलपत्र चढ़ाने से प्रसन्न हो जाते हैं। देवों के देव महादेव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। कहते हैं भगवान शिव किसी में कोई भेद नहीं करते हैं, इसलिए भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग उपाय करते हैं। शिव पुराण में भगवान शिव की कथा सुनने के कई नियम बताए गए हैं। शिव पुराण कथा सुनने वाले व्यक्ति को कथा शुरू होने व अंत होने तक कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए।जानें शिव पुराण सुनने के क्या नियम हैं- 1. दीक्षा से रहित लोगों को कथा श्रवण में अधिकार नहीं है। कथा सुनने की इच्छा रखने वाले लोगों को पहले वक्ता से दीक्षा ग्रहण करनी चाहिए। सावन यह भी पढ़ें- सावन में पुत्रदा एकादशी कब है? जानें व्रत का फल, पूजन मुहूर्त, विधि व...
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