नई दिल्ली, जुलाई 17 -- भगवान शिव को रुद्राक्ष बहुत प्रिय हैं। रुद्राक्ष के बारे में शिवमहापुराण और स्कंन्द्पुराण में भी वर्णन किया गया है। महाशिवपुराण की विघेश्र्वर संहिता में रुद्राक्ष के बारे में भगवना शिव ने माता पार्वती को बताया है। इसमें 4 से लेकर 14 प्रकार के रुद्राक्ष बताए गए हैं। कहा जाता है कि अगर रुद्राक्ष को स्पर्श, पूजन मात्र से सभी प्रकार के पापों का निवारण हो जाता है। शिवमहापुराण में बताया गया है कि रुद्राक्ष को धारण करने के लिए मंत्र भी है। शिव महापुराण के अनुसार भगवान शिव के आंसू जहां गिरे और उन जगहों पर रुद्राक्ष के पेड़ उत्पन्न हो गए। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए रुद्राक्ष धारण किए जाते हैं। मुखों के आधार पर रुद्राक्ष को चार से चौद्ह मुखी रुद्राक्ष तक बांटा गया है। अगर धन प्राप्ति की इच्छा है तो इसके लिए 7 मुखी रुद्राक्...