नई दिल्ली, सितम्बर 22 -- Shardiya Navratri Day 2, Maa Brahmacharini ki Katha: शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। मां ब्रह्मचारिणी की उत्पत्ति ब्रह्मा जी के कमंडल से मानी जाती है। इस कारण इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा। माता का यह रूप सृष्टि के सर्जक के रूप में पूजा जाता है। मां ब्रह्मचारिणी ध्यान, ज्ञान और वैराग्य की अधिष्ठात्री देवी हैं। माता के इस स्वरूप की आराधना कर ज्ञान-ध्यान के साथ ही वैराग्य प्राप्त कर सकते हैं।कल सुबह व शाम को इन मुहूर्त में पढ़ें मां ब्रह्मचारिणी की कथा, स्तोत्र व आरतीचर - सामान्य 09:12 ए एम से 10:42 ए एमलाभ - उन्नति 10:42 ए एम से 12:13 पी एमअमृत - सर्वोत्तम 12:13 पी एम से 01:44 पी एमलाभ - उन्नति 07:46 पी एम से 09:15 पी एमब्रह्म मुहूर्त- 04:35 ए एम से 05:22 ए एमअभिजित मुहूर्त- 11:49 ए एम से...
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