मेरठ, अक्टूबर 6 -- शरद पूर्णिमा का त्योहार आज मनाया जाएगा। कई शुभ योग भी बन रहे हैं। चंद्रमा अपनी शुभ शीतलता के कारण अमृत समान अपनी किरणें पृथ्वी पर बिखरेता है, जिससे शुद्धता और ऊर्जावान होने में मदद मिलती है। ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि शरद पूर्णिमा द्वियोगी सोमवारी पूर्णिमा होगी। इसमें वृद्धि योग, विष योग और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में विशेष संयोगी है। शरद पूर्णिमा की रात्रि पर भगवती महालक्ष्मी, देवराज इंद्र के साथ रात्रि में भ्रमण करती हैं। इसलिए शरद पूर्णिमा को 'कोजागरी पूर्णिमा' भी कहा गया है।शरद पूर्णिमा पर रात में कब है खास मुहूर्त ज्योतिषचार्य रुचि कपूर के अनुसार इस साल शरद पूर्णिमा की तिथि आश्विन माह की पूर्णिमा को पड़ रही है। पूर्णिमा की शुरुआत 6 अक्टूबर दोपहर 12:23 बजे के करीब होगी और यह 7 अक्टूबर सुबह 9:16 बजे तक र...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.