नई दिल्ली, मार्च 19 -- 29 मार्च 2025 दिन शनिवार को न्यायाधीश शनि देव अपनी राशि कुंभ से निकलकर देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश कर जाएंगे। जहां पर लगभग ढाई वर्ष रहकर अपना प्रभाव स्थापित करेंगे। शनि के इस परिवर्तन के साथ ही शनि के पाए में भी परिवर्तन हो जाएगा। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर बदल जाएगा। शनि एक राशि पर लगभग ढाई वर्षो तक गोचर करते हुए अपना प्रभाव स्थापित करने वाला ग्रह होता है। ग्रहीय मंडल में सबसे मंद गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है परंतु शनि का प्रभाव सकारात्मक अथवा नकारात्मक रूप से सभी राशियों पर अवश्य पड़ता है। यहां अभी हम बात कर रहे है मेष पर शनि के साढेसाती शुरू होने के प्रभाव के- मेष राशि अथवा मेष लग्न के जातक के लिए शनि का यह गोचर द्वादश भाव अर्थात भोग के भाव पर होगा। ऐसे में अचानक खर्चे में वृद्धि । व्यापारिक गत...