ज्योतिर्विद दिवाकर त्रिपाठी, अप्रैल 1 -- ग्रहीय मंत्रिमंडल में अत्यंत प्रभावशाली एवं सबसे मंद गति से चलने वाले शनिदेव का गोचरीय दृष्टिकोण से परिवर्तन अपनी राशि कुंभ से देवगुरु बृहस्पति की राशि में हो गया है। देवगुरु बृहस्पति की राशियों में भी शनि अपना पूर्ण प्रभाव दे पाने में समर्थ होता है। ऐसे में 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश कर गया है। मीन राशि में प्रवेश करते ही मेष राशि वालों के लिए चढ़ती साढेसाती, मीन राशि वालों के लिए मध्य साढेसाती तथा कुंभ राशि वालों के लिए उतरती साढेसाती आरंभ हो गई है। इन तीन राशि वालों के लिए शनि अपना विशेष प्रभाव स्थापित कर रहा है, परंतु सभी राशियों पर एवं सभी लग्नों पर शनि के परिवर्तन का बड़ा प्रभाव देखने को मिलेगा। वृष राशि वालों के लिए शनि का गोचर एक एकादश भाव लाभ भाव पर होगा । वृष राशि एवं लग्न क...