नई दिल्ली, मई 15 -- सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को एक अद्भुत नजारा देखने को मिला, जहां एक दोषी और एक पीड़िता ने दो जजों की मौजूदगी में उनके ही कोर्टरूम में एक-दूसरे को फूल दिए। इससे खुश जज ने दोषी की सजा भी निलंबित कर दी। ये नजारा था जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की अदालत का। दरअसल, शादी का झूठा वादा कर बलात्कार करने के एक दोषी और पीड़िता से जुड़े मामले की सुनवाई जस्टिस नागरत्ना की अध्यक्षता वाली पीठ कर रही थी। इस दौरान दोनों (दोषी और पीड़िता) ने एक-दूसरे से शादी करने की इच्छा जताई। इसके बाद जस्टिस बीवी नागरत्ना और सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने उस जोड़े से कोर्ट रूम के अंदर एक-दूसरे को फूल देने को कहा। फिर दोनों ने उसी कोर्टरूम में वैसा ही किया। यह नजारा देखकर अदालत में तालियां बजने लगीं। इसके बाद पीठ ने शादी करने की इजाजत दे...