नई दिल्ली, जुलाई 9 -- भगवान शिव को पूजने, मनाने और उनकी कृपा प्राप्त करने का श्रेष्ठ समय सावन मास 11 जुलाई से शुरू होगा। धन, वैभव, सुख व संपन्नता के कारक ग्रह शुक्र अपनी राशि वृष में सावन की शुरुआत में विद्यमान रहेंगे। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक व ज्योतिर्विद पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि पहले ही दिन शुक्र ग्रह अपनी राशि में होने की वजह से मालव्य नामक पंच महापुरुष राजयोग का निर्माण करेंगे। मास की पूर्णिमा पर नौ अगस्त को सावन का समापन होगा। इस बार सावन मास में चार सोमवार रहेगा, पहला सोमवार 14 जुलाई, दूसरा 21 जुलाई, तीसरा 28 जुलाई और चौथा व अंतिम सोमवार चार अगस्त को पड़ रहा है। निदेशक ने बताया कि यह महीना भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष रूप से फलदायक माना जाता है। शिवलिंग पर भस्म, बिल्व पत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, चंदन,...