नई दिल्ली, सितम्बर 17 -- पितृ पक्ष का आखिरी दिन सर्वपितृ अमावस्या कहलाता है। पंचांग के अनुसार इसे आप अश्विन मास की अमावस्या कह सकते हैं। यह अमावस्या खास होती है, क्योंकि इस दिन पितरों को विदा किया जाता है। इसके अलावा उन्होंने जो कुछ हमें दिया है, उसका आभार हमें जाहिर करना चाहिए। इस साल पितृ अमावस्या 21 सितंबर को है। अमावस्या पर पितरों के लिए श्राद्ध, उनके लिए दान कर और उन्हें विदा किया जाता है। अगर पितरों की तिथि नहीं पता तो, अमावस्या के दिन सभी भूले बिसरे पितरों का श्राद्ध कर लें। इस दिन पितृदोष से बचने के लिए भी उपाय किए जाते हैं। इस साल आश्विन कृष्ण पक्ष सर्व पितृ अमावस्या 20 सितंबर की रात 12:17 से शुरु होगी, जो 21 सितंबर तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि में अमावस्या 21 को मनाई जाएगी। इस दिन पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र ,चतुष्पद क...