नई दिल्ली, सितम्बर 21 -- Sarva Pitru Amavasya 2025 : आश्विन मास की अमावस्या इस बार रविवार, 21 सितंबर 2025 यानी आज है। इसे हिन्दू धर्म में सर्वपितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। यह दिन उन सभी पितरों को याद करने का माना जाता है, जिनकी तिथि हमें ज्ञात न हो या जिन्हें हम अनजाने में भूल गए हों। मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान दिवंगत आत्माएं धरती पर आती हैं। इन्हें श्रद्धा और आदर के साथ विदा करने के लिए सर्वपितृ अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है। इस वर्ष अमावस्या शनिवार की मध्यरात्रि के बाद 12:07 बजे से शुरू हो चुकी है और 21 सितंबर को मध्यरात्रि के बाद 1:47 बजे तक रहेगी। चूंकि यह उदया तिथि में पड़ रही है, इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। सर्वपितृ अमावस्या सिर्फ पितरों की श्रद्धांजलि का दिन नहीं है, बल्कि यह पितृपक्ष के समापन का दिन भी ह...