नई दिल्ली, दिसम्बर 14 -- सफल एकादशी के बारे में कहा गया है कि बड़ी-बड़ी दक्षिणा वाले यज्ञों से भी भगवान विष्णु और कृष्ण जी को उतना संतोष नहीं होता, जितना एकादशी-व्रत के अनुष्ठान से होता है। इसलिए हर तरह की कोशिश करके एकादशी का ब्रत करना चाहिए | पौष मास के कष्ण पक्ष में सफला नाम की एकादशी होती है। इस दिन विधि विधान से भगवान्‌ नारायण की पूजा करनी चाहिए। सफला एकादशी में भगवान विष्णु को नारियल के फल, सुपारी, बिजोरा नीबू, जमीरा नींबू, अनार, सुन्दर आंवला, लोंग, बेर और आम के फलों से श्रीहरि की पूजा करनी चाहिए। सफला एकादशी इस बार 15 दिसंबर को मनाई जाएगी। कब रखा जाएगा एकादशी का व्रत, बन रहे खास संयोग, कैसे करें पूजापौष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 14 दिसंबर को शाम 06 बजकर 51मिनट पर शुरू होगी। अगले दिन 15 दिसंबरको रात 09 बजकर 21 मिनट पर एकादश...