नई दिल्ली, जून 26 -- राजस्थान के ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अजिताभ शर्मा ने आईएएस अफसरों के कामकाज के सिस्टम पर खुलकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में 'गवर्नेंस के भीतर समय और प्राथमिकता के बंटवारे' पर जो कुछ लिखा, वो अब ब्यूरोक्रेसी में चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है। अजिताभ शर्मा ने बेहद ईमानदारी और साफगोई से लिखा है कि आईएएस अफसरों का 80 फीसदी समय ऐसे कामों में चला जाता है, जिन्हें वो खुद "नॉन-कोर" यानी गैर-जरूरी मानते हैं। जबकि असली यानी "कोर वर्क" को करने के लिए उनके पास समय ही नहीं बचता। "हर दिन आरटीआई, बैठकें, कर्मचारियों के मसले, चिट्ठियां... और कोर वर्क हाशिए पर चला जाता है" शर्मा ने लिखा, > "हमारा 80 प्रतिशत समय बैठकों, मानव संसाधन से जुड़े मुद्दों, कोर्ट केसों, RTI के जवाब, न्यूज क्लिप्स क...
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