नई दिल्ली, अप्रैल 9 -- गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के शेयरों में फिर जान आ गई है। करीब 10 पर्सेंट तक टूटने के बाद थोड़ी रिकवरी तब आई है जब, आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि नए दिशानिर्देशों का लक्ष्य "सख्ती" नहीं, बल्कि पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नियमों का स्वरूप "विनियमित संस्थाओं की जोखिम वहन क्षमता" के अनुरूप होगा।मॉनेटरी पॉलिसी के ऐलान के बाद क्या हुआ था आरबीआई ने सोने के गहनों को गिरवी रखकर लोन (गोल्ड लोन) देने वाले संस्थानों (बैंक, एनबीएफसी आदि) के लिए दिशानिर्देश जारी करने की घोषणा की तो मुथूट फाइनेंस के शेयर सुबह सवा 11 बजे के करीब 10% गिरकर Rs.2,063 पर पहुंच गए। वहीं, आईआईएफल फाइनेंस के शेयर 6.66% गिरकर Rs.311.25 पर आ गए। मण्णापुरम फाइनेंस के शेयर भी करीब 3% टूटकर Rs.222.33 पर आ गए थे...
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