पटना, मार्च 2 -- Ramadan 2025: माह-ए- रमजान का आगाज हो चुका है। रविवार को पहला रोजा रखा गया। तरावीह की नमाज लोगों ने मस्जिदों और अपने-अपने घरों में अदा की।रमजान की खरीददारी को लेकर बाजारों में भीड़ उमड़ी रही। एक माह तक माह-ए-रमजान का रोजा अकीकतमंद रखेंगे। कहा जाता है कि 30 दिन के रोजा में अर्श से फर्श तक रहमतों की बारिश होती है। सभी लोगों को पूरी तरह से बुराई से बचना चाहिए और जकात की राशि को निकाल कर गरीबों व जरूरतमंदों के बीच वितरित करना चाहिए। रमजान माह में रोजा के समय पवित्रता की विशेष ख्याल रखा जाता है। जरुरतमंदों की मदद की जाती है, ताकि इस पवित्र माह में सभी खुदा की इबादत कर अपनी अपनी दुआएं मांग सके। रमजान के महीने में लोग रोजा रखते हैं। सुबह सवेरे सहरी की जाती है, उसके बाद पूरा दिन कुछ नहीं खाया जाता है। शाम में सूरज ढलने के बाद रोज...