नई दिल्ली, अक्टूबर 16 -- इस साल रमाएकादशी व्रत 17 अक्टूबर को रखा जाएगा। धनतेरस से एक दिन पहले आती है और इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस व्रत में मां तुलसी और आंवले की पूजा कर इन पर दीपदान करना चाहिए। व्रत रखने के बाद कथा पढ़ी जाती है। रमा एकादशी व्रत कथा इस प्रकार है भगवान कृष्ण से युधिष्ठिर ने पूछा, कार्तिक मास में कौन सी एकादशी आती है और इसका क्या फल है। भगवान कृष्ण ने कहा, हे युधिष्ठर, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी का नमा रमा है। इसकी कथा इस प्रकार है -प्राचीन काल में मुचुकुंद नामक एक राजा सत्यवादी और भगवान विष्णु का परम भक्त थे। सत्यवादी राजा मुचुकुंद की एक पुत्री थी, जिसका नाम चंद्रभागा था। चंद्रभागा का विवाह अन्य नगरी के राजा के पुत्र शोभन से हुआ था। राजा मुचुकुंद हर साल एकादशी का व्रत रखते थे। राजा क...