नई दिल्ली, अगस्त 2 -- Radha Ashtami 2025 : हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की अष्टमी के दिन राधा रानी का जन्म हुआ था। इस दिन को राधा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। राधा अष्टमी का विशेष महत्व होता है। राधा अष्टमी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है। इस दिन विवाहित महिलाएं संतान सुख और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत भी रखती हैं। कहा जाता है कि व्रत करने से घर में मां लक्ष्मी आती हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस खास दिन पर राधा-कृष्ण मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही राधेकृष्ण-राधेकृष्ण के जयकारे लगते हैं और बड़े धूमधाम से राधा अष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि राधा रानी के बिना भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी होती है। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण के नाम ...