नई दिल्ली, अगस्त 4 -- श्रवण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस दिन संतान संबंदी समस्याएं दूर होती हैं और व्यक्ति के सभा पा कट जाते हैं। इस साल पुत्रदा एकादशी 5 अगस्त को रखी जाएगी। इस व्रत में महिष्मति नगर के राजा महिजीत से जुड़ी कथा पढ़ी जाती है। कैसे मुनि लोमेश ने उसे कष्टों से छुटाकारा दिलाने के लिए उपाय बताया द्वापर युग में राजा महिजीत का महिष्मति नगर पर शासन था। वह बहुत उसे राजपाट में कोई रूचि नहीं थी, क्योंकि उसे कोई पुत्र नहीं था। उसे राज्य सुखकारी नहीं लगता था। पुत्र प्राप्ति के लिए उसने दान-पुण्य और यज्ञ, हवन किए, लेकिव राजा महीजित का मनना था कि अगर पुत्र न हो तो पृथ्वी और स्वर्ग दोनों ही लोक कष्टकारी होता है। राजा ने पुत्र प्राप्ति के लिए कई उपाय किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इससे वह और भी दुखी हो गया। वृ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.