नई दिल्ली, मई 8 -- Shukra Pradosh Vrat Katha: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भगवान शंकर की विधिवत पूजा करने के साथ ही व्रत का पाठ करना शुभ माना गया है। शुक्रवार के दिन पड़ने वाले व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को शुक्र प्रदोष व्रत रखा जाएगा। शुक्र प्रदोष व्रत 09 मई 2025 को है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत शिव पूजन व कथा सुनने के बाद ही पूर्ण होता है। आप भी यहां पढ़ें शुक्र प्रदोष व्रत की कथा- शुक्र प्रदोष व्रत कथा- प्राचीन काल की बात है कि एक नगर में तीन मित्र रहते थे, तीनों में ही घनिष्ठ मित्रता थी। उनमें एक राजकुमार पुत्र, दूसरा ब्राह्मण पुत्र और तीसरा सेठ पुत्र था। राजकुमार व ब्राह्मण पुत्र का विवाह हो चुका था। से...