ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी, जुलाई 17 -- Sawan bhaum pradosh july : श्रावण कृष्ण पक्ष उदय कालिक द्वादशी तिथि उपरांत त्रयोदशी तिथि 22 जुलाई 2025 दिन मंगलवार को किया जाएगा। जब त्रयोदशी तिथि अर्थात प्रदोष व्रत मंगलवार को पड़ता है तब इस प्रदोष को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। शास्त्रों में प्रदोष के व्रत को अत्यंत ही महत्वपूर्ण एवं पुण्य प्रभाव कारक माना जाता है। जिसमे श्रावण मास के प्रदोष की महिमा अनंत पुण्य दायक बताई गई है। भौम प्रदोष व्रत का महत्त्व जानना बहुत जरूरी है। मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार भौम प्रदोष व्रत कर्ज मुक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी प्रकार के कर्ज से पीड़ित है तो उसे भौम प्रदोष व्रत पूर्ण विधि विधान के साथ करना...