नई दिल्ली, सितम्बर 10 -- Shradh Day 4: 11 सितंबर के दिन पितृपक्ष का चौथा दिन है। चतुर्थी श्राद्ध को चौथ श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है। पितर की जिस तिथि को मृत्यु हुई है, उसी तिथि को विधि-विधान के साथ तर्पण किए जाने की धार्मिक मान्यता है। इससे पितर खुश होते हैं और परिवार पर किसी तरह का संकट नहीं आता है। पितृ पक्ष की चतुर्थी तिथि पर कई लोग अपने पितरों का पिंडदान व श्राद्ध कर्म करेंगे। विधि-विधान के साथ जौ, चावल, काली तिल, पुष्प के साथ कुशा से बनी पइति के माध्य से तर्पण दिया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं पितृ पक्ष चतुर्थी पर श्राद्ध कर्म के लिए मुहूर्त व विधि-चतुर्थी श्राद्ध कब करें कृष्ण चतुर्थी आरम्भ: 03:37 पी एम, सितम्बर 10 कृष्ण चतुर्थी अन्त: 12:45 पी एम, सितम्बर 11पितृपक्ष श्राद्ध सम्पन्न करने के लिए कुतुप, रौहिण आदि मुहूर्त देखा ज...