नई दिल्ली, दिसम्बर 14 -- पौष मास को छोटा 'पितृ पक्ष' भी कहा जाता है। इस मास में पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। गया जी में देश भर से लोग इस मास में पितरों के तर्पण के लिए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पितरों की पूजा करने पर उन्हें मुक्ति मिलती है। इससे प्रसन्न होकर वे आशीर्वाद देकर जाते हैं, जिससे हमारी लाइफ में सुख समृद्धि आती है। पौष मास में सूर्य का बड़ा गोचर होता है, जिसे धनु संक्रांति होती है, इसके बाद सूर्य का सबसे बड़ा गोचर मकर संक्रांति होता है। सूर्य के धनु राशि में जाने पर 'खर' मास आरंभ होता है। इस मास में मांगलिक और शुभ कार्य वर्जित होते हैं। पौष माह को मिनी पितृपक्ष का शुरू हो गया है। पौष कृष्ण पक्ष में पितरों का पिंडदान कर मोक्ष की कामना के लिए लाखों लोग गया जी में जाते हैं। छोटा पितृपक्ष की अमावस्या इस साल ...