नई दिल्ली, जून 2 -- Nirjala Ekadashi Vrat : निर्जला एकादशी व्रत हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है और जैसा कि नाम इसके नाम से पता चल रहा है, इसमें निर्जला व्रत रखने का विधान है। यह व्रत सबसे कठिन एकादशी में से एक माना जाता है, इसलिए इसके नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि व्रत खंडित न हो और व्रती को इसका पूरा फल प्राप्त हो सके। निर्जला एकादशी व्रत को लेकर इस बार संशय बना हुआ था। दृग पंचांग के अनुसार स्मार्त यानि गृहस्थ लोग 6 जून शुक्रवार को व्रत रखेंगे और अगले दिन यानी 7 जून को पारण करेंगे। जबकि वैष्णव यानि साधु सन्यासी समाज के लोग 7 जून को व्रत करेंगे और 8 जून को व्रत का पारण करेंगे। निर्जला एकादशी पर व्रत का नियम का पालन करना है जरूरी एकादशी व्रतों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एकादशी होती है। इसे निर्जला-एका...