नई दिल्ली, मई 14 -- Nirjala Ekadashi Vrat Rules: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल की एकादशी को रखा जाता है। निर्जला एकादशी व्रत में अन्न और जल ग्रहण करने की मनानी होती है। इस व्रत के नाम से ही पता चलता है कि निर्जला एकादशी व्रत को बिना जल के रखा जाता है। इस साल निर्जला एकादशी 06 जून 2025, शुक्रवार को है। ज्येष्ठ माह में सूर्य की तपिश अधिक होती है, जिसके कारण लोगों का प्यास से गला सूखता है। ऐसे में निर्जला एकादशी व्रत को कठिन व्रतों में से एक माना गया है। अगर इस व्रत में जल ग्रहण कर लिया तो व्रत टूट जाता है और व्रत का फल प्राप्त नहीं होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत में दो बार पानी का उपयोग किया जा सकता है। जानें निर्जला एकादशी व्रत से जुड़े नियम- यह भी पढ़ें- शुक्र का मेष गोचर...