नई दिल्ली, जून 5 -- जीवन के सभी पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के लिए लोगों को निर्जला एकादशी व्रत रखना जरूरी है। इस साल यह व्रत 6 जून को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को बिना कुछ खाए- पीए विधिवत निर्जला उपवास रख भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से जीवन के सभी पाप खत्म हो जाते हैं और भक्त मोक्ष प्राप्त कर सीधे विष्णु लोक चले जाते हैं। उन्हें जन्म-मरण के बंधन से छुटकारा मिल जाता है। यशवंत ने कहा कि व्रतियों को ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि की शाम से द्वादशी की सुबह तक 36 घंटे का निर्जला उपवास रखना बेहद जरूरी है। यहां पढ़ें निर्जला एकादशी व्रत कथा व्यास मुनि के पास जाकर भीमसेन ने पुकार की कि मेरी माता कुंती और भ्राता युधिष्ठिर, अर्जुन, नकुल, सहदेव और द्रोपदी सभी एकादशी का व्रत करते हैं, ये लोग मुझे भी शिक्षा देते हैं कि ...