नई दिल्ली, मई 20 -- निर्जला एकादशी व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन अगर निर्जला व्रत रख लिया तो आपको साल भर की एकादशी नहीं रखनी होगी, क्योंकि इस दिन व्रत रखने से साल भर की एकादशी के व्रत का फल मिल जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर प्रारंभ होगी और 07 जून को सुबह 04 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि में निर्जला एकादशी व्रत 06 जून को रखा जाएगा। अगरआप भी निर्जला एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं, तो पानी पीने से जुड़े ये नियम जान लें।निर्जला एकादशी व्रत में पानी पीने का क्या है नियम अगर सामर्थ्य नहीं है, तो सूर्योदय से सूर्यास्त तक भी व्रत कर सकते हैं। अगर आप पानी के बिना नहीं रह सकते हैं, तो दशमी की रात तड़के 3 से 4 बजे तक पा...