पावापुरी, मई 28 -- Nirjala ekadashi date and time : निर्जला एकादशी व्रत करने से 24 एकादशियों का फल मिलता है। इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं । कादशी व्रतों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एकादशी होती है। निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। यह व्रत इस बार 6 जून शुक्रवार को मनाया जाएगा। आचार्य पप्पू पांडेय ने बताया कि शास्त्रानुसार केवल निर्जला एकादशी व्रत करने मात्र से वर्ष भर की सभी 24 एकादशियों के व्रतों का पुण्यफल प्राप्त हो जाता है। अत: जो साधक वर्ष की समस्त एकादशियों का व्रत कर पाने असमर्थ हों, उन्हें निर्जला एकादशी अवश्य करना चाहिए। Nirjala ekadashi व्रत में इन बातों का रखें ध्यानपवित्रीकरण के समय जल आचमन के अलावा अगले दिन सूर्योदय तक पानी न पीएं। दिनभर कम बोलें और हो सके तो मौन रहें। दि...