नई दिल्ली, मई 1 -- Nirjala ekadashi 2025: हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी व्रत रखा जाता है। यह व्रत जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा का विधान है। निर्जला एकादशी व्रत में जातक न ही जल ग्रहण करते हैं और न ही फलाहार करते हैं। मान्यता है कि निर्जला एकादशी व्रत करने से जातक को भगवान विष्णु की कृपा से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। पापों का नाश होता है और अंत में मोक्ष मिलता है। जानें निर्जला एकादशी कब है, व्रत का फल व इस दिन क्या दान करें- निर्जला एकादशी कब है 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर प्रारंभ होगी और 07 जून को सुबह 04 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि में निर्जला एकादशी व्रत 06 जून को रख...