नई दिल्ली, अक्टूबर 8 -- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की छात्रों तक पहुंच और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक से पीएचडी तक के छात्र भी सारथी बन सकेंगे। यूजीसी ने नियमों को संशेधित करते हुए सारथी बनने का दायरा बढ़ा दिया है। इस फैसले से देशभर में एनईपी सारथी का नेटवर्क और मजबूत होगा। उक्त पहल से स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी सारथी के रूप में एनईपी के सकारात्मक पक्ष को छात्र-छात्राओं तक पहुंचा सकेंगे। यूजीसी ने मंगलवार को उक्त निर्देश विश्वविद्यालयों को भेज दिए। यूजीसी के अनुसार वरिष्ठ छात्र जूनियर को गाइड कर सकेंगे। जूनियर स्टूडेंट एनईपी के बारे में जो सीखेंगे वह भविष्य में प्रवेशित विद्यार्थियों को बता सकेंगे। यूजीसी के अनुसार इस जिम्मेदारी स...