नई दिल्ली, जुलाई 10 -- गुजरात के द्वारका में दारुकावन में स्थित है नागेश्वर ज्योतिर्लिंग। यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस ज्योतिर्लिंग का 12 ज्योतिर्लिंगों में से दसवां स्थान है। गुजरात में सोमनाथ और नागेश्वर दो ज्योतिर्लिंग है। इस ज्योतिर्लिंग की कहानी सुप्रिय और दूरुका से जुड़ी है। शिवहापुराण के उन्नीसवें अध्याय में इस ज्योतिर्लिंग का वर्णन मिलता है। भगवान शिव यहां प्रकट हुए थे और शिवमहापुराण की कथा के अनुसार भगवान शिव ने कहा था वो हमेशा यहां विराजमान रहेंगे। यहां पढ़ें नागेश्वर शिवलिंग की कथा यह भी पढ़ें- शिवलिंग का इन फूलों से करेंगे पूजन तो बढ़ेगा धन, शिवमहापुराण में है पूरा वर्णन यह भी पढ़ें- भगवान शिव को जल और सावन क्यों है प्रिय? शिवमहापुराण में वर्णित हैं ये 5 कारण प्राचीन समय में एक राक्षस था, जिसका नाम था दार...