नई दिल्ली, जनवरी 26 -- Acharya Jaishankar Narayanan: आईआईटी-बीएचयू के पूर्व छात्र आचार्य जयशंकर नारायणन की एक इंजीनियर से एक भिक्षु बनने की यात्रा, जो लोगों को 'वेदांत' और संस्कृत के बारे में पढ़ाते हैं। आइए जानते हैं आचार्य जयशंकर नारायणन की आईआईटी बीएचयू से आध्यात्म में जाने की कहानी। 1992 में आईआईटी-बीएचयू से स्नातक करने वाले नारायणन ने 1993 में अमेरिका जाने से पहले टाटा स्टील में अपना करियर शुरू किया था। यहीं पर वे अपने गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती से मिले और वे वेदांत की शिक्षाओं की ओर आकर्षित हुए। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं स्वामी दयानंद सरस्वती का शिष्य हूं।मैं तीन साल तक गुरुकुलम में रहा। इससे पहले, मैंने 4 साल तक आईआईटी-बीएचयू में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। मैं 1992 में पास आउट हुआ और एक साल तक टाटा स्टील में काम किया ज...