नई दिल्ली, फरवरी 4 -- Kumbh Sankranti 2025: वैदिक ज्योतिष में सूर्यदेव के राशि परिवर्तन की घटना बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है। सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में जब प्रवेश करते हैं, तब इसे संक्रांति कहा जाता है। वहीं, सूर्य जिस राशि में प्रवेश कर सकते हैं, उस राशि के संक्रांति के नाम से जाना जाता है। जैसे सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश को कुंभ संक्रांति कहा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 12 फरवरी को रात 10 बजकर 04 मिनट पर सूर्यदेव कुंभ राशि में जाएंगे, लेकिन उदयातिथि के अनुसार, 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति मनाया जाएगा। कुंभ संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान-दान के कार्य शुभ माने जाते हैं। इसके साथ ही इस दिन पितरों की आत्माशांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है। कुंभ सक्रांति के दिन पितृ दोष और कर्ज से मुक्ति पाने के लिए ...