नई दिल्ली, अक्टूबर 9 -- karwa chauth vrat katha in hindi: करवा चौथ पर भगवान गणेश और वीरावती वाली दो कहानियां पढ़ी जाती है। ऐसा कहा जाता है चतुर्थी तिथि पर पहले पढ़ें गणेश जी की पूजा करें और फिर करवा माता की पूजा होती है, जिसकी कहानी वीरावती से जुड़ी है। इसके बिना व्रत अधूरा माना जाता है। करवा चौथ पर पूजा में सास के लिए बायना रखा जाता है। इसमें पूरियां, मीठा, सुहाग का सामान, कपड़े शामिल होते हैं। इसके अलावा पूजा में करवे जरूर रखे जाते है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। करवा चौथ के लिए मिट्टी का बना हुआ करवा, चीनी का बना हुआ करवा रौली, सिंदूर, कलावा, पंचामृत, फल. कपूर घूपबत्ती, गंगाजल, चावल, दीपक, रूई, कलावा, बताशे, पंच मेवा आदि का इस्तेमाल होता है। करवा चौथ पर पढ़ें गणेश जी की कथा-बहुत समय पहले की बात है। एक अंधी बुढ़िया थी, वो गणेश जी...