लखनऊ, नवम्बर 5 -- कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इसी दिन भगवान श्रीहरि विष्णु का प्रथम मत्स्य अवतार हुआ था। इस दिन लोग भगवान विष्णु का व्रत, पूजन और दान करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को गंगा स्नान व तीर्थ स्थानों पर स्नान - दान का बड़ा महत्व है। गंगा स्नान कर दान करने से अनंत पुण्य फल की प्राप्त होता है। देव दीपावली के मौके पर मनकामेश्वर घाट पर छात्रों ने रंगोली सजाई। वहीं मां गोमती की नित्य आरती के 21 वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार को कुड़िया घाट पर 2100 दीप प्रज्वलित किए गए। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि चार नवम्बर को रात 10.36 बजे प्रारंभ हो गई है। इसका समापन पांच नवंबर को शाम 6.48 बजे होगा। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा पांच नवम्बर को मनायी जाएगी। इसबार पूर्णिमा तिथि पर अश्वनी नक्षत्र और सिद्धि योग का संयोग ...
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