अलीगढ़, नवम्बर 4 -- कार्तिक मास की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन को देव दिवाली रूप में भी मनाया जाता है। मान्यता है कि देवोत्थान एकादशी पर देव उठ जाते हैं और इसके बाद वे पूर्णिमा के दिन गंगा तट पर दिवाली मनाते हैं। इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, भरणी और अश्विनी नक्षत्र का संयोग है, जो अत्यंत शुभ होता है। हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि इस साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन करीब 100 साल के बाद अद्भुत संयोग बनने जा रहे हैं।इससे जातक को अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होगी और हरी और हर दोनों की कृपा बरसने वाली है। बताया कि इसे कार्तिक के अलावा त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन दीपदान और विष्णु पूजा का खास महत्व रहता है। इस दिन को देव दिवाली भी कहा जाता है।बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। इसी लिए इस दिन गंगा स्नान क...