नई दिल्ली, मई 21 -- भगवान शिव के निवास के रूप में पहचाने जाने वाला कैलाश पर्वत न सिर्फ हिंदू बल्कि बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी आस्था का केंद्र है। माना जाता है कि मानसरोवर झील को ब्रह्मा जी ने बनाया था और मान्यता है कि इस में नहाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म और शिव भक्तों के लिए कैलाश मानसरोवर एक जरूरी धार्मिक स्थल में से एक है। कोरोना महामारी और बॉर्डर कॉन्फ्लिक्ट की वजह से यात्रा को रोक दिया गया था। लेकिन साल 2025 में जून के महीने में उत्तराखंड और सिक्किम से होकर ये यात्रा पूरी की जाएगी। इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा 30 जून से शुरू होकर 25 अगस्त 2025 तक चलेगी। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कैलाश मानसरोवर यात्रा के खर्च से लेकर रूट तक सबकुछ।कौन जा सकता है कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए? कैलाश मानसरोवर यात्रा...