नई दिल्ली, सितम्बर 11 -- हर साल अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जितिया व्रत किया जाता है। इस व्रत को संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत करती हैं। इस व्रत में प्रदोष काल भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। यह व्रत सप्तमी तिथि को नहाय खाय, अगले दिन निर्जला व्रत और फिर व्रत का पारण होता है। इस साल जितिया व्रत 14 सितंबर को मनाया जाएगा। जानें कैसे करेंगे व्रत का पारण इस व्रत में दूसरे दिन प्रदोष काल में भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। इसके लिए मिट्टी से या बालू से भगवान शिव की पूजा की जाती है। महिलाएं संतानों की लंबी उम्र की कामनाओं की पूर्ति के लिए जीमूतवाहन की पूजा करते हैं। पूजा करने के बाद जीमूतवाहन के कथा माहात्म्य को सुनती हैं। इस व्रत के फल से...