नई दिल्ली, नवम्बर 18 -- नीट यूजी हो या जेईई मेन या फिर सीयूईटी, इन बड़ी प्रवेश परीक्षाओं में लाखों छात्रों का प्रदर्शन औसत रहता है। अच्छी रैंक न आने के चलते उन्हें टॉप इंजीनियरिग कॉलेज या मेडिकल कॉलेज मिल नहीं पाता। बहुत से स्टूडेंट्स तो स्कूल लेवल पर औसत प्रदर्शन करते आते हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में वे बुरी तरह पिछड़ जाते हैं। परिवार का दबाव उन्हें लगातार सताता रहता है। तनाव भरे माहौल में वे करियर को लेकर अकसर कंफ्यूज रहते हैं। देश के सबसे लोकप्रिय शिक्षकों में शुमार अलख पांडे ने ऐसे छात्रों के लिए कहा है कि वे मार्क्स जीवन में सफलता असफलता तय नहीं करते। नीट यूजी में 480 अंक लाने वाले एक औसत छात्र से एडुटेक कंपनी फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) के फाउंडर अलख पांडेय (Alakh Pandey) ने कहा, 'आपके ये नंबर बहुत आ रहे हैं। नीट अ...
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