नई दिल्ली, अगस्त 15 -- भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव इस इस साल उदयव्यापिनी अष्टमी के हिसाब से जन्माष्टमी व्रत एवं पूजा 16 अगस्त को होगी। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन मध्यरात्रि के समय रोहिणी नक्षत्र में विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस अवसर पर ब्रह्म मुहूर्त और आधी रात का समय पूजा के लिए खास मुहूर्त हैं। सुबह ब्रह्म मुहूर्त को भगवान के ध्यान और नामजप के लिए बहुत अच्छा माना गया है। ब्रह्म मुहूर्त में मंत्रजाप बहुत अधिक फल देता है। ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04:24 से 05:07 बजे तक रहेगा। इस दौरान कान्हा जी की पूजा का खास महत्व है। इस समय स्नान करके भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें। भगवान के शक्तिशाली मंत्रों के द्वारा उनका जाप करें। यह समय शांति, पॉजिटिव एनर्जी से वातावरण एकदम साफ होता है...
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