आशीष दीक्षित, मार्च 17 -- रुहेलखंड विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह और शिक्षिका एडवोकेट प्रीती वर्मा ने चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज इन इंडिया नामक किताब लिखी है। चेरियन पब्लिकेशन, नई दिल्ली से प्रकाशित किताब मे बच्चों के शारीरिक और मानसिक यौन शोषण पर विस्तार से चर्चा की गई है। यह पुस्तक बाल यौन शोषण के खिलाफ जारी लड़ाई को मजबूती देने का काम कर रही है। बच्चों का शोषण एक मूक महामारी है जो बच्चों से उनकी मासूमियत, सुरक्षा और भविष्य सभी कुछ छीन लेती है। भारत में यह मुद्दा लंबे समय से कलंक, भय और चुप्पी में घिरा हुआ है। फिर भी यह कई लोगों के लिए एक कठोर वास्तविकता बनी हुई है, जो सामाजिक वर्गों, क्षेत्रों और समुदायों में फैली हुई है। यह एक ऐसा संकट है जिसके लिए सिर्फ़ स्वीकारोक्ति से ज़्यादा की ज़रूरत है। इसके लिए कार्रवाई, ज...