वरिष्ठ संवाददाता, मार्च 17 -- रमजान मुबारक में मुस्लिम धार्मिक नियमों के अनुसार अनिवार्य रूप से दान करते हैं। यह दान जकात, फितरा, फ़िदया के रूप में दिया जाता है। यदि एक लाख मुसलमान केवल जकात दें तो 65 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। इससे अस्पताल बनाकर व अनेक अन्य सुविधाएं देकर समाज की तस्वीर बदली जा सकती है। सुन्नी उलमा काउंसिल ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें दावा किया गया है कि अगर मात्र कानपुर में जकात और फितरा बैतुल माल (वित्तीय कोष) बनाकर जुटाया जाए तो इसके अनेक लाभ मिल सकते हैं। रमजान माह में प्रमुख रूप से तीन दान किए जाते हैं। हर प्रकार के दान मिलाकर कुल 65 करोड़ से अधिक रुपये एकत्रित किए जा सकते हैं। काउंसिल के अनुसार एक लाख मुस्लिमों को खुशहाल मान कर गणना की गई है। यदि 500 लोगों की आमदनी एक करोड़ रुपया है तो 2.5 फीसदी जकात 12.50 क...