नई दिल्ली, जुलाई 10 -- हर साल भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी से पहले हरछठ का व्रत रखा जाता है। इसे महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। इस व्रत को कृष्ण के बड़े भाई बलराम के जन्मदिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। इसे हरछठ, हलषष्ठी या ललही छठ भी कहा जाता है, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। पंचांग की मानें तो इस साल यह व्रत 14 अगस्त को रखा जाएगा। हालांकि जन्माष्टमी इस साल दो दिन 15 अगस्त और 16 अगस्त दो दिन है। ऐसे में इसकी तारीख में भी अंतर हो सकता है। हलषष्ठी व्रत के नियम इस व्रत को रखने के बहुत नियम हैं। इस व्रत में हल से जुता हुआ कुछ भी नहीं खाया जाता है। इसके अलावा गाय के दूध और दही या घी का इस्तेमाल भी नहीं तिया जाता है। इस दिन तालाब...