मुजफ्फरपुर, मई 11 -- HAPPY MOTHRS DAY: मैं नहीं उड़ सकी तो क्या, तू अपने पंख पसार। मैं नहीं पार कर पाई दहलीज तो क्या, तू नाप पूरा संसार..। एक मां जो खुद के लिए भले ही हार मान ले मगर जब बात बेटी की आती है तो उसे जिताने के लिए वह अपनी पूरी हिम्मत लगा देती है। ऐसी माताएं हैं, जिन्होंने बेटियों को इस कदर जांबाज बनाया कि आज देश उनपर नाज कर रहा है। ऐसी माताओं को सलाम, जिन्होंने बेटियों को देश के नाम किया है। मुजफ्फरपुर के पारू फतेहाबाद निवासी नौसेना की पहली महिला पायलट शिवांगी की मां हों, गोशाला रोड निवासी थलसेना में कैप्टन सुमिषा शंकर की मां हों या दरभंगा की भावना कंठ की मां हों, इन्होंने अपनी बेटियों को पंख पसारने का हौसला दिया। इन बेटियों को मां ने तराशा और लीक से हटकर काम करने को भी लक्ष्य दिया। वर्तमान स्थिति में भी मां बेटियों को देश के ल...