नई दिल्ली, सितम्बर 26 -- भारत के पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल से होता हुआ अब Gen-Z का विद्रोह दक्षिण-पूर्वी एशिया के छोटे से देश तक जा पहुंचा है। यह देश है पूर्वी तिमोर, जहां युवाओं के प्रदर्शन के आगे वहां की संसद और सांसद ने घुटने टेक दिए हैं। सांसदों ने युवाओं के गुस्से और प्रदर्शन को देखते हुए संसद में उस कानून के खिलाफ मतदान किया है, जो पूर्व राष्ट्रपतियों, पूर्व प्रधानमंत्रियों-मंत्रियों और सांसदों के आजीवन पेंशन का हकदार बनाता था। अब सांसदों ने Gen-Z के विरोध प्रदर्शन के सामने नतमस्तक हो उस कानून को संसद में प्रस्ताव पारित कर रद्द कर दिया है। पूर्वी तिमोर एक गरीब देश है लेकिन पूर्व राष्ट्रपतियों, पूर्व प्रधानमंत्रियों-मंत्रियों और पूर्व सांसदों को भारी भरकम राशि आजीवन पेंशन और भत्ते के रूप में दी जा रही थी। युवाओं ने इ...