नई दिल्ली, जून 2 -- पांच जून यानी ज्येष्ठ मास की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन स्नान और दान का बड़ा महत्व तो है, साथ ही इस दिन पितृों को प्रसन्न भी किया जाता है। दरअसल इस दिन गंगा स्नान के समय पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए। इसके अलावा पितृों के नाम का दान करना भी फलदायी रहता है। अगर आप गंगा स्नान नहीं कर रहे हैं, तो आप घर पर भी पितरों के लिए तर्पण कर सकते हैं। गंगा दशहरा के दिन दान करने से दस प्रकार के पाप समाप्त हो जाते हैं।गंगा दशहरा पर पितरों के लिए क्या करें गंगा दशहरा के दिन पितरों की पूजा के लिए आप गंगाजल में काले तिल और सफेद फूल मिला लें, फिर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके अपने पितरों का नाम लेते हुए अर्पित करें। इस दिन पितरों के नाम का दीपक यानी दीपदान भी शाम को गंगा में करना उत्तम रहता है। इसके अलावा पितरों के ...