फरीदाबाद। हिन्दुस्तान, मार्च 30 -- फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए यमुना नदी से जुड़ा जमीन का विवाद एक बड़ी बाधा बन सकता है। एफएनजी एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए यमुना नदी के किनारे भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। हालांकि, जब तक यह स्पष्ट नहीं हो जाता कि यह भूमि किस राज्य के अधिकार क्षेत्र में आती है, तब तक इस परियोजना का आगे बढ़ाना मुश्किल होगा। यमुना नदी हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच विभाजन रेखा का कार्य करती है, लेकिन मॉनसून के दौरान बढ़ता जलस्तर नदी की धारा को बदल देता है। इस बदलाव के कारण दोनों राज्यों के किसानों और प्रशासन के बीच जमीन के स्वामित्व को लेकर हर साल विवाद खड़ा हो जाता है। पूर्व में नौबत खूनी संघर्ष तक पहुंच चुकी है। हर साल बरसात के मौसम में यमुना का जलस्तर बढ़ जाता है, जिससे उसकी धारा में ब...