नई दिल्ली, अक्टूबर 9 -- कार्तिक मास की अमावस्या सबसे बड़ी अमावस्या मानी जाती है। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। महालक्ष्मी सुख-समृद्धि, धन और ऐश्वर्य की देवी हैं। इस साल दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। महालक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल में स्थिर लग्न में होती है। जिससे महालक्ष्मी का स्थायी वास हो सके। दिवाली से पहले ऐसा क्या करें कि महालक्ष्मी का आपके घर में वास हो। महालक्ष्मी और अलक्ष्मी दोनों बहने हैं। दिवाली पर जहां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है, वहीं अलक्ष्मी को बाहर किया जाता है। अलक्ष्मी यानी दरिद्रता। शास्त्रों में कहा गया है कि जब समुद्र मंथन हुआ था, तब महालक्ष्मी से पहले उनकी बड़ी बहन अलक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुई थीं। कहा जाता है कि अलक्ष्मी ने उन्हीं जगहों पर प्रवेश करती हैं,जहां गंदगी रहती है, जहां लड़ाई-झगड़ा, ग...