नई दिल्ली, जुलाई 4 -- Devshayani ekadashi vrat paran 2025: आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी कहते हैं। देवशयनी एकादशी के दिन से ही भगवान विष्णु का शयनकाल प्रारंभ होता है। देवशयनी एकादशी को आषाढ़ी एकादशी, हरिशयनी एकादशी या पद्मा एकादशी कहा जाता है। इस साल देवशयनी एकादशी 06 जुलाई, 2025 को है। देवशयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ होता है। इन चार महीनों में सृष्टि का संचालन भगवान शंकर करते हैं। एकादशी व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं। एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। जानें देवशयनी एकादशी व्रत का पारण समय क्या है और विधि। देवशयनी एकादशी व्रत का पारण कब करें: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के भीतर करना अत्यंत शुभ माना...
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